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- Dec 12, 2024
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सर्वेंट सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की ज़ुबैर बार-बार मेरी बीवी की चुदाई कर रहा था. फिर बीवी के ऑफीस से आने के बाद भी उन्होने पूरी रात चुदाई की, और सुबा 5 बजे बेडरूम में जाके सो गये. अब आयेज-
सब समान वैसे ही पड़ा था हॉल में. दोस्तों घर की हालत बहुत खराब हो गयी थी. जब दोनो सो गये, मैने पहले चेक किया दोनो को. दोनो नशे में सो रहे थे. दोस्तों फिर मैने सॉफ-सफाई चालू कर दी. दोनो के कपड़े वॉशिंग मशीन में धुलाई के लिए डाल दिए.
सोफा दिशा की छूट के पानी से गीला हो चुका था. फ्लोर पर भी दिशा का पानी गिरा हुआ था. मैने पूरा एक घंटा लगा कर सब सॉफ किया. मुझे नये कॉंडम के पॅकेट मिले, जो की बिल्कुल सील पॅक थे. मैने कॉंडम डस्टबिन में फेंक दिए.
जो दारू बची हुई थी, मैने चुप-छाप दिशा और ज़ुबैर के बेड के पास रख दी, और दो ग्लास रख दिए. दोस्तों ज़ुबैर का सोया हुआ लंड ही काफ़ी बड़ा लग रहा था. दिशा ज़ुबैर को जाफ़ी डाल कर सो रही थी. दोस्तों मैने भी सोचा तोड़ा सो लेट-ता हू. तो तभी ज़ुबैर की आवाज़ आई.
ज़ुबैर दिशा से बोला: उठ जेया, और मुझे छोड़. मुझे हल्का होना है.
मैं दौड़ कर बेडरूम के बाहर गया और च्छूप कर देखने लगा. ज़ुबैर उठा, वॉशरूम गया, और लंड को मसालते हुए दिशा को देख कर बोला-
ज़ुबैर: कल से छोड़ रहा हू. लेकिन दिल ही नही भरता.
फिर ज़ुबैर ने दो पेग बनाए, और दिशा को जगाने लगा. दिशा अभी भी नशे में थी. उसने जल्दी से पेग पिया, और ज़ुबैर के सामने घोड़ी बन गयी.
फिर वो बोली: ज़ुबैर आ ना.
दोस्तों ज़ुबैर गली देते हुए बोला: हा मेरी रॅंड, बस ऐसे ही मेरे सामने टांगे फैलती रहना.
दिशा ने खुद ही अपनी गांद पर हल्का सा थप्पड़ मारा और बोली: ज़ुबैर आजा, और सबर नही हो रहा.
ज़ुबैर खड़ा हुआ, और उसने गांद पर थप्पड़ की बारिश कर दी. फिर लंड अंदर पेल दिया. दो मिनिट की चुदाई के बाद चिल्लाते हुए दिशा ने पानी छ्चोढ़ दिया, और बेड पर गिर गयी. लेकिन ज़ुबैर ने चुदाई चालू रखी.
ज़ुबैर चुदाई करते हुए बोला: जिस दिन तू प्रेग्नेंट हो गयी. उस दिन मुझे तेरी गांद की सील तोड़नी है.
दिशा बोली: पहले कर तो दे, उसके बाद जो बोलेगा सब हाज़िर होगा.
दोस्तों ज़ुबैर और दिशा शाम तक रूम से बाहर नही आए, ना ही खाना खाया. फिर रात के 9 बजे मैने जेया कर डोर नॉक किया और बोला-
मैं: खाना रेडी है, आ जाओ.
दिशा ने जल्दी से ज़ुबैर को उठाया, और जल्दी से निघट्य पहन ली.
वो उठते हुए बोला: ज़रा पेग दे बना कर.
दिशा बोली: तुम्हारे साहब आ गये है.
ज़ुबैर बोला: तो क्या हुआ? उसको पता है मैं उसकी बीवी को छोड़ रहा हू. तू भी टेन्षन मत ले, और पेग मार.
दिशा ने बोला: नही मैं अब और नही पी सकती.
तो ज़ुबैर गुस्से में बोला: तूने खुद बोला था घर में कुछ भी करो.
तो दिशा ने जल्दी से पेग ख़तम किया.
फिर ज़ुबैर बोला: एक लास्ट बना दोनो के लिए.
तभी मैने आवाज़ लगा दी: खाना ठंडा हो रहा है.
ज़ुबैर बोला: बस आ रहे है, मेंसाब् कपड़े पहन रही है. आप कहो तो बिना कपड़ों के ले आता हू.
मैने हेस्ट हुए बोला: नही भाई, ऐसी कोई जल्दी नही. तुम लोग आराम से आ जाओ.
दिशा को लगा मैं चला गया.
दिशा बोली: तुम भी कुछ भी बोलते हो.
ज़ुबैर बोला: थ है ऐसे मर्द पर जो अपनी औरत को छोड़ नही सकता.
फिर दोनो ने दारू ख़तम की. ज़ुबैर लूँगी पहन के आने लगा तो दिशा बोली: अपने कपड़े पहन लो.
ज़ुबैर बोला: ज़्यादा मत बोल, वरना उसके सामने छोड़ दूँगा तुझे.
दिशा ने बहुत ही सेक्सी अंदाज़ में कहा: मुझे इंतेज़ार रहेगा.
फिर दिशा बाहर आ गयी. मैं और दिशा डिन्नर करने के लिए बैठ गये. दिशा ने मुझे सॉरी बोला ज़्यादा ड्रिंक के लिए, तो मैने स्माइल देते हुए बोला-
मैं: मैने तुम्हारे ऑफीस में मैल डाल दी है वन मंत वाकेशन के लिए. कल मॉर्निंग में तुम्हारी वाकेशन मंज़ूर हो जाएगी. वैसे भी तुम्हे अब ज़्यादा टाइम ज़ुबैर के साथ रहना चाहिए. मुझे पता है ज़ुबैर ने फर्स्ट टाइम से लेकर कॉंडम उसे नही किया.
दिशा ने पूछा: आपको कैसे पता?
तो मैने बताया: जो कॉंडम मैने ज़ुबैर को दिए थे, उनमे से सिर्फ़ एक उसे हुआ मिला था. लेकिन वो भी फटा हुआ था. बाकी कॉनडम्स सील पॅक थे.
दिशा बोली: हा सब अंदर ही गिरा है अभी तक.
तभी ज़ुबैर भी आ गया. मैने ज़ुबैर को बैठने को बोला, और उसने भी डिन्नर स्टार्ट किया. मैने ज़ुबैर को दारू के लिए बोला तो ज़ुबैर बोला-
ज़ुबैर: मेंसाब् वाला ब्रांड मस्त है.
तो दिशा और ज़ुबैर हासणे लगे.
मैने बोला: भाई मुझे भी बताओ.
ज़ुबैर बोला: क्या मेडम, आपने साहब को नही बताया अभी तक?
फिर ज़ुबैर बोला: मेडम जाओ, ज़रा अपने वाला ब्रांड लेकर आओ.
दिशा चली गयी, तो ज़ुबैर बोला: क्या साहब, मस्त बीवी है आपकी. कसम से अभी तक डूस बार से ज़्यादा चुदाई कर चुका हू. लेकिन मेडम ने एक बार भी माना नही किया.
तभी दिशा भी बॉटल लेकर वापस आ गयी, तो मैने बोला: ये तो देसी दारू है.
तो दिशा बोली: कॉलेज टाइम में बहुत पी थी ये.
मैने बोला: मैने एक बार पी थी, उसके बाद मुझे अगले दिन होश आया.
दोस्तों मैने झूठ बोला था, क्यूंकी मैं देखना चाहता था की दोनो क्या करते है. फिर दिशा ने ज़ुबैर को पैर से इशारा किया. ज़ुबैर समझ गया, और उसने तुरंत बोला-
ज़ुबैर: ये तो बहुत कम है, मैं और लेकर आता हू.
दिशा बोली: फोन तो करो पहले.
ज़ुबैर ने फोन लगाया और बोला: कितना ऑर्डर डू अभी बोल दो.
दिशा ने मेरी और इशारा किया. मैने कहा: ना भाई मैं नही पीटा.
ज़ुबैर बोला: चार बॉटल चाहिए.
और उसने फोन कट कर दिया. सब ने तोड़ा-तोड़ा खाना खाया और ज़ुबैर बोला-
ज़ुबैर: भाई कुछ नों-वेग ऑर्डर करो. बहुत मेहनत चल रही है.
मैं समझ गया और मटन ऑर्डर कर दिया. दोस्तों वैसे तो हमे ज़्यादा नों-वेग पसंद नही है. लेकिन ज़ुबैर की वजह से दिशा भी नों-वेग ले रही थी. दारू के साथ दोस्तों हम हॉल में आ गये. मैने ज़ुबैर को अपने कुछ शॉर्ट्स दिए और बोला ये पहना करो. ज़ुबैर ने वहीं लूँगी उतार दी और ज़ुबैर का लंड हवा में टाइट हो रखा था.
दिशा ने ज़ुबैर की और गुस्से से देखा तो ज़ुबैर बोला: साहब से क्या शरम? उनको सब पता है.
मैने दिशा से बोला: इट’स ओक, डॉन’त वरी.
ज़ुबैर ने शॉर्ट्स पहन लिया, और दिशा के साथ बैठ गया.
फिर वो बोला: देखो साहब मैं आपकी बहुत इज़्ज़त करता हू. लेकिन मेडम क्यूँ गुस्सा हो रही है? आपको सब पता है तो आपसे क्या शरम.
दिशा बोली: बस करो, चुप हो जाओ. जैसे तुम यहाँ बोल रहे हो, वैसे ही तुम बाहर बोल दोगे.
ज़ुबैर बोला: मेडम मैं पागल नही हू. आप बोलो तो घर से बाहर निकलूंगा भी नही.
तभी ज़ुबैर का फोन बजा की आ जाओ दारू लेने. ज़ुबैर ने दिशा से पैसे माँगे तो मैने बोला-
मैं: चल तू त-शर्ट पहन, मैं गाड़ी निकालता हू. पैसे है मेरे पास.
दोस्तों हम आधे घंटे में वापस आ गये. दिशा ने तब तक खुद को आचे से रेडी कर लिया था, और बिल्कुल न्यू नाइट सूट पहना हुआ था. दिशा की शॉर्ट्स बहुत टाइट थी.
ज़ुबैर दिशा को देखते ही बोला: मेडम मेरी तो किस्मत खुल गयी.
फिर मेरी तरफ डेक्ते हुए चुप हो गया. दिशा ज़ुबैर को उकसा रही थी. ज़ुबैर के सामने गांद घुमा कर चल रही थी. ज़ुबैर ने मुझे इशारे से बताया बहुत आग है इसके अंदर.
दोस्तों रास्ते में आते हुए मैने ज़ुबैर से पूछा: मेडम तो पूरी तरह से तुम्हारे साथ अड्जस्ट हो गयी. तुमने तो कमाल कर दी.
ज़ुबैर लंड को मसालते हुए बोला: साहब सब आपकी वजह से हो पाया, और मेडम भी पूरा साथ दे रही है.
दोस्तों हम तीनो पीने बैठ गये. ज़ुबैर और दिशा आमने-सामने बैठ गये, और मैं बड़े सोफा पर बैठ गया.
ज़ुबैर बोला: अगर दारू देसी है तो पेग भी ये देसी बंदा बनाएगा.
तभी हमारा मटन भी आ गया. मैं ऑर्डर लेकर वापस आया तो देखा दिशा के लिप्स की लिपस्टिक उतार चुकी थी. मैने अंदाज़ा लगाया शायद ज़ुबैर ने लंड चुस्वा लिया होगा. दोस्तों ज़ुबैर का लंड टाइट हो रखा था. उसने खुद मुझे पेग दिया, और दिशा से चियर्स करते हुए एक झटके से पेग पी गया.
दोस्तों मैं हैरान था दिशा ने भी एक झटके से पेग ख़तम किया, और आराम से दो पीस मटन खाया. फिर ज़ुबैर की तरफ ग्लास किया. ज़ुबैर ने तुरंत अछा मोटा पेग बनाया और बोला-
ज़ुबैर: चल पी जा मेरी रानी.
दिशा ने दूसरा पेग आधा पिया और बोली: बहुत हार्ड है.
तो ज़ुबैर बोला: कुछ नही होगा, आराम से पी ले.
मैने भी दो पेग खींचे. फिर दारू की एक बॉटल और तोड़ा सा मटन लिया, और अपने रूम की और चल पड़ा.
दिशा बोली: क्या हुआ, आप कहाँ चले?
तो मैने बोला: तुम लोग एंजाय करो. मैं रूम में जेया रहा हू.
दिशा बोली: ओक गुड नाइट.
सब समान वैसे ही पड़ा था हॉल में. दोस्तों घर की हालत बहुत खराब हो गयी थी. जब दोनो सो गये, मैने पहले चेक किया दोनो को. दोनो नशे में सो रहे थे. दोस्तों फिर मैने सॉफ-सफाई चालू कर दी. दोनो के कपड़े वॉशिंग मशीन में धुलाई के लिए डाल दिए.
सोफा दिशा की छूट के पानी से गीला हो चुका था. फ्लोर पर भी दिशा का पानी गिरा हुआ था. मैने पूरा एक घंटा लगा कर सब सॉफ किया. मुझे नये कॉंडम के पॅकेट मिले, जो की बिल्कुल सील पॅक थे. मैने कॉंडम डस्टबिन में फेंक दिए.
जो दारू बची हुई थी, मैने चुप-छाप दिशा और ज़ुबैर के बेड के पास रख दी, और दो ग्लास रख दिए. दोस्तों ज़ुबैर का सोया हुआ लंड ही काफ़ी बड़ा लग रहा था. दिशा ज़ुबैर को जाफ़ी डाल कर सो रही थी. दोस्तों मैने भी सोचा तोड़ा सो लेट-ता हू. तो तभी ज़ुबैर की आवाज़ आई.
ज़ुबैर दिशा से बोला: उठ जेया, और मुझे छोड़. मुझे हल्का होना है.
मैं दौड़ कर बेडरूम के बाहर गया और च्छूप कर देखने लगा. ज़ुबैर उठा, वॉशरूम गया, और लंड को मसालते हुए दिशा को देख कर बोला-
ज़ुबैर: कल से छोड़ रहा हू. लेकिन दिल ही नही भरता.
फिर ज़ुबैर ने दो पेग बनाए, और दिशा को जगाने लगा. दिशा अभी भी नशे में थी. उसने जल्दी से पेग पिया, और ज़ुबैर के सामने घोड़ी बन गयी.
फिर वो बोली: ज़ुबैर आ ना.
दोस्तों ज़ुबैर गली देते हुए बोला: हा मेरी रॅंड, बस ऐसे ही मेरे सामने टांगे फैलती रहना.
दिशा ने खुद ही अपनी गांद पर हल्का सा थप्पड़ मारा और बोली: ज़ुबैर आजा, और सबर नही हो रहा.
ज़ुबैर खड़ा हुआ, और उसने गांद पर थप्पड़ की बारिश कर दी. फिर लंड अंदर पेल दिया. दो मिनिट की चुदाई के बाद चिल्लाते हुए दिशा ने पानी छ्चोढ़ दिया, और बेड पर गिर गयी. लेकिन ज़ुबैर ने चुदाई चालू रखी.
ज़ुबैर चुदाई करते हुए बोला: जिस दिन तू प्रेग्नेंट हो गयी. उस दिन मुझे तेरी गांद की सील तोड़नी है.
दिशा बोली: पहले कर तो दे, उसके बाद जो बोलेगा सब हाज़िर होगा.
दोस्तों ज़ुबैर और दिशा शाम तक रूम से बाहर नही आए, ना ही खाना खाया. फिर रात के 9 बजे मैने जेया कर डोर नॉक किया और बोला-
मैं: खाना रेडी है, आ जाओ.
दिशा ने जल्दी से ज़ुबैर को उठाया, और जल्दी से निघट्य पहन ली.
वो उठते हुए बोला: ज़रा पेग दे बना कर.
दिशा बोली: तुम्हारे साहब आ गये है.
ज़ुबैर बोला: तो क्या हुआ? उसको पता है मैं उसकी बीवी को छोड़ रहा हू. तू भी टेन्षन मत ले, और पेग मार.
दिशा ने बोला: नही मैं अब और नही पी सकती.
तो ज़ुबैर गुस्से में बोला: तूने खुद बोला था घर में कुछ भी करो.
तो दिशा ने जल्दी से पेग ख़तम किया.
फिर ज़ुबैर बोला: एक लास्ट बना दोनो के लिए.
तभी मैने आवाज़ लगा दी: खाना ठंडा हो रहा है.
ज़ुबैर बोला: बस आ रहे है, मेंसाब् कपड़े पहन रही है. आप कहो तो बिना कपड़ों के ले आता हू.
मैने हेस्ट हुए बोला: नही भाई, ऐसी कोई जल्दी नही. तुम लोग आराम से आ जाओ.
दिशा को लगा मैं चला गया.
दिशा बोली: तुम भी कुछ भी बोलते हो.
ज़ुबैर बोला: थ है ऐसे मर्द पर जो अपनी औरत को छोड़ नही सकता.
फिर दोनो ने दारू ख़तम की. ज़ुबैर लूँगी पहन के आने लगा तो दिशा बोली: अपने कपड़े पहन लो.
ज़ुबैर बोला: ज़्यादा मत बोल, वरना उसके सामने छोड़ दूँगा तुझे.
दिशा ने बहुत ही सेक्सी अंदाज़ में कहा: मुझे इंतेज़ार रहेगा.
फिर दिशा बाहर आ गयी. मैं और दिशा डिन्नर करने के लिए बैठ गये. दिशा ने मुझे सॉरी बोला ज़्यादा ड्रिंक के लिए, तो मैने स्माइल देते हुए बोला-
मैं: मैने तुम्हारे ऑफीस में मैल डाल दी है वन मंत वाकेशन के लिए. कल मॉर्निंग में तुम्हारी वाकेशन मंज़ूर हो जाएगी. वैसे भी तुम्हे अब ज़्यादा टाइम ज़ुबैर के साथ रहना चाहिए. मुझे पता है ज़ुबैर ने फर्स्ट टाइम से लेकर कॉंडम उसे नही किया.
दिशा ने पूछा: आपको कैसे पता?
तो मैने बताया: जो कॉंडम मैने ज़ुबैर को दिए थे, उनमे से सिर्फ़ एक उसे हुआ मिला था. लेकिन वो भी फटा हुआ था. बाकी कॉनडम्स सील पॅक थे.
दिशा बोली: हा सब अंदर ही गिरा है अभी तक.
तभी ज़ुबैर भी आ गया. मैने ज़ुबैर को बैठने को बोला, और उसने भी डिन्नर स्टार्ट किया. मैने ज़ुबैर को दारू के लिए बोला तो ज़ुबैर बोला-
ज़ुबैर: मेंसाब् वाला ब्रांड मस्त है.
तो दिशा और ज़ुबैर हासणे लगे.
मैने बोला: भाई मुझे भी बताओ.
ज़ुबैर बोला: क्या मेडम, आपने साहब को नही बताया अभी तक?
फिर ज़ुबैर बोला: मेडम जाओ, ज़रा अपने वाला ब्रांड लेकर आओ.
दिशा चली गयी, तो ज़ुबैर बोला: क्या साहब, मस्त बीवी है आपकी. कसम से अभी तक डूस बार से ज़्यादा चुदाई कर चुका हू. लेकिन मेडम ने एक बार भी माना नही किया.
तभी दिशा भी बॉटल लेकर वापस आ गयी, तो मैने बोला: ये तो देसी दारू है.
तो दिशा बोली: कॉलेज टाइम में बहुत पी थी ये.
मैने बोला: मैने एक बार पी थी, उसके बाद मुझे अगले दिन होश आया.
दोस्तों मैने झूठ बोला था, क्यूंकी मैं देखना चाहता था की दोनो क्या करते है. फिर दिशा ने ज़ुबैर को पैर से इशारा किया. ज़ुबैर समझ गया, और उसने तुरंत बोला-
ज़ुबैर: ये तो बहुत कम है, मैं और लेकर आता हू.
दिशा बोली: फोन तो करो पहले.
ज़ुबैर ने फोन लगाया और बोला: कितना ऑर्डर डू अभी बोल दो.
दिशा ने मेरी और इशारा किया. मैने कहा: ना भाई मैं नही पीटा.
ज़ुबैर बोला: चार बॉटल चाहिए.
और उसने फोन कट कर दिया. सब ने तोड़ा-तोड़ा खाना खाया और ज़ुबैर बोला-
ज़ुबैर: भाई कुछ नों-वेग ऑर्डर करो. बहुत मेहनत चल रही है.
मैं समझ गया और मटन ऑर्डर कर दिया. दोस्तों वैसे तो हमे ज़्यादा नों-वेग पसंद नही है. लेकिन ज़ुबैर की वजह से दिशा भी नों-वेग ले रही थी. दारू के साथ दोस्तों हम हॉल में आ गये. मैने ज़ुबैर को अपने कुछ शॉर्ट्स दिए और बोला ये पहना करो. ज़ुबैर ने वहीं लूँगी उतार दी और ज़ुबैर का लंड हवा में टाइट हो रखा था.
दिशा ने ज़ुबैर की और गुस्से से देखा तो ज़ुबैर बोला: साहब से क्या शरम? उनको सब पता है.
मैने दिशा से बोला: इट’स ओक, डॉन’त वरी.
ज़ुबैर ने शॉर्ट्स पहन लिया, और दिशा के साथ बैठ गया.
फिर वो बोला: देखो साहब मैं आपकी बहुत इज़्ज़त करता हू. लेकिन मेडम क्यूँ गुस्सा हो रही है? आपको सब पता है तो आपसे क्या शरम.
दिशा बोली: बस करो, चुप हो जाओ. जैसे तुम यहाँ बोल रहे हो, वैसे ही तुम बाहर बोल दोगे.
ज़ुबैर बोला: मेडम मैं पागल नही हू. आप बोलो तो घर से बाहर निकलूंगा भी नही.
तभी ज़ुबैर का फोन बजा की आ जाओ दारू लेने. ज़ुबैर ने दिशा से पैसे माँगे तो मैने बोला-
मैं: चल तू त-शर्ट पहन, मैं गाड़ी निकालता हू. पैसे है मेरे पास.
दोस्तों हम आधे घंटे में वापस आ गये. दिशा ने तब तक खुद को आचे से रेडी कर लिया था, और बिल्कुल न्यू नाइट सूट पहना हुआ था. दिशा की शॉर्ट्स बहुत टाइट थी.
ज़ुबैर दिशा को देखते ही बोला: मेडम मेरी तो किस्मत खुल गयी.
फिर मेरी तरफ डेक्ते हुए चुप हो गया. दिशा ज़ुबैर को उकसा रही थी. ज़ुबैर के सामने गांद घुमा कर चल रही थी. ज़ुबैर ने मुझे इशारे से बताया बहुत आग है इसके अंदर.
दोस्तों रास्ते में आते हुए मैने ज़ुबैर से पूछा: मेडम तो पूरी तरह से तुम्हारे साथ अड्जस्ट हो गयी. तुमने तो कमाल कर दी.
ज़ुबैर लंड को मसालते हुए बोला: साहब सब आपकी वजह से हो पाया, और मेडम भी पूरा साथ दे रही है.
दोस्तों हम तीनो पीने बैठ गये. ज़ुबैर और दिशा आमने-सामने बैठ गये, और मैं बड़े सोफा पर बैठ गया.
ज़ुबैर बोला: अगर दारू देसी है तो पेग भी ये देसी बंदा बनाएगा.
तभी हमारा मटन भी आ गया. मैं ऑर्डर लेकर वापस आया तो देखा दिशा के लिप्स की लिपस्टिक उतार चुकी थी. मैने अंदाज़ा लगाया शायद ज़ुबैर ने लंड चुस्वा लिया होगा. दोस्तों ज़ुबैर का लंड टाइट हो रखा था. उसने खुद मुझे पेग दिया, और दिशा से चियर्स करते हुए एक झटके से पेग पी गया.
दोस्तों मैं हैरान था दिशा ने भी एक झटके से पेग ख़तम किया, और आराम से दो पीस मटन खाया. फिर ज़ुबैर की तरफ ग्लास किया. ज़ुबैर ने तुरंत अछा मोटा पेग बनाया और बोला-
ज़ुबैर: चल पी जा मेरी रानी.
दिशा ने दूसरा पेग आधा पिया और बोली: बहुत हार्ड है.
तो ज़ुबैर बोला: कुछ नही होगा, आराम से पी ले.
मैने भी दो पेग खींचे. फिर दारू की एक बॉटल और तोड़ा सा मटन लिया, और अपने रूम की और चल पड़ा.
दिशा बोली: क्या हुआ, आप कहाँ चले?
तो मैने बोला: तुम लोग एंजाय करो. मैं रूम में जेया रहा हू.
दिशा बोली: ओक गुड नाइट.