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- Dec 12, 2024
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सभी दोस्तो को मेरा प्रणाम. मेरा नाम आने है, और मैं मीरूत का रहने वाला हूँ. दोस्तो, मैने एक साल पहले जाईपुर में एक नया बिज़्नेस सेटप किया था.
मेरा बिज़्नेस काफ़ी अक्चा चल रहा था, पर मुझे उसको एक्सपॅंड करने के लिए और पैसे की ज़रूरत थी. तभी मेरे ससुर ने मुझे एक प्रपोज़ल दिया की, “तुम अपने सेयेल को अपने बिज़्नेस में आड कर लो, और तुम्हे जीतने पैसे की ज़रूरत है वो मैं इनवेस्ट कर दूँगा.” मुझे प्लान बुरा नही लगा, और मैने हन कर दी.
मेरे सेयेल की अभी कुछ महीने पहले एक प्रॉपर माल से शादी हुई थी, जिसका नाम जूही है. मैं तो हमेशा से ही उसको छोड़ने की सोचता रहता था. उसके बूब्स कम से कम 38” के हैं, और वो एक दूं मिल्की कलर की है.
मेरा साला कोई काम नही करता था, और सबको उसके फ्यूचर की टेन्षन थी, पर उसे कोई टेन्षन नही थी. वो दोनो अभी अपने हनिमून से आए थे, माल्डाइव्स घूम के. उसको ये बात पता चली तब पहले तो वो माना किया, पर ऐसा सुनने में आया था की जूही ने ही उसे राज़ी कराया.
कुछ ही वीक्स में ये दोनो भी जाईपुर पहुँच गये, मैने पास मैं ही उनको रूम दिला दिया रेंट पे, अक्सर मैं उन्हे अपने यहाँ इन्वाइट कर लेता था, इसी बहाने मैं जूही को भी देख लेता था.
फिर कुछ टाइम बाद वहाँ एक बड़ा बंगलो मिल रहा था रेंट पे, मैने अपने सेयेल से बात करके वो ले लिया. अब हम सब साथ में रहते थे.
मैं मोस्ट्ली बाहर का काम मॅनेज करता था और मेरा साला, शोरुम मॅनेज करता था. मैं उसको धीरे धीरे काम सीखा रहा था. अब मेरी और जूही की भी आक्ची दोस्ती हो गयी थी.
हुमारा ये बंगलो एक दूं कॉर्नर में था, आसपास सिर्फ़ ट्रीस और बॅकग्राउंड में बड़ा सा यार्ड. मैं डेली वहाँ जॉगिंग करने जाता था. एक सुबह मैं उठा और च्चत पे तोड़ा तहले की सोचा. मैं जैसे उपर पहुँचा मैने देखा जूही वहाँ योगा कर रही थी.
उसने एक स्किन-टाइट जिम पंत और उपर स्पोर्ट्स ब्रा पहनी थी, उसके 38” के बूब्स बिल्कुल बाहर आने को हो र्हे थे. उसका काफ़ी डीप क्लीवेज देख के मैं तो सूपर एग्ज़ाइटेड हो गया. पर तभी जूही ने आवाज़ लगाई तब मुझे होश आया.
जूही – गुड मॉर्निंग जीजू.
आने – हेलो ब्यूटिफुल लेडी.
जूही – जीजू आज यहाँ कैसे.
आने – मैं तो डेली जॉगिंग करने जाता हूँ, आज सोचा थोड़ी देर यहाँ का नज़ारा लू.
जूही – अक्चा, तो आज योगा ही कर लो मेरे साथ.
फिर वो मुझे तोड़ा योगा करवाई. उस दिन के बाद मैने जॉगिंग जाना छ्चोड़ दिया, अब मैं डेली मॉर्निंग मैं यहीं आने लगा. वो डेली ऐसी ही ड्रेस में वहाँ होती थी. और हम योगा के साथ साथ खूब बातें करते.
आने – वैसे जूही तुम्हारे पास डेली सुबह यहाँ आने का टाइम कैसे मिल जाता है, रात की थकान इतनी जल्दी कैसे डोर हो जाती है.
जूही – हाहहः जीजू ऐसा कुछ नही है, मैं नही थकती इतनी जल्दी.
आने – अक्चा जी, लग रहा है मेरा साला मेहनत नही कर रहा.
जूही – अब आपके सेयेल से मेहनत नही होती.
आने – अरे यार, बड़ी जल्दी बुद्धा हो गया ये तो, हम तो अभी भी नही हुए हैं.
जूही – नही जीजू, आप तो अभी भी नही हुए हो, सब पता है मुझे.
आने – अक्चा जी.
जूही – दीदी हुमारी तक जाती हैं.
आने – हाहहाहा, बोलो तो तुम्हे भी तका डू.
जूही – हववव जीजू, मेरे पे लाइन मार र्हे हो.
आने – अरे तुम तो पक्की दोस्त बनी हो, तुमपे चान्स नही मारूँगा तो किसपे मारूँगा.
जूही – ओह, ऐसा है.
आने – हा, तो ब्ताओ कब मौका दे र्ही हो मुझे.
जूही – सोचा नही अभी.
आने – जल्दी सोचना.
इश्स दिन की कॉन्वर्सेशन के बाद हुमारा आइ कॉंटॅक्ट अब अलग टाइप का होने लगा. जूही से बात करके टा चला उसको आत्लीट लड़के पसंद हैं, वो अक्सर अपने पति को बोलती रहती है जिम के लिए, पर वो नही जाता. मेरा साला मेरे से काफ़ी छ्होटा है, पर उसने फिज़ीक बिल्कुल भी मेनटेन नही कर रखी.
एक दिन जूही सबके सामने मेरी तारीफ करके मेरे सेयेल को टॉंट भी मार र्ही थी की, “अपने जीजू से कुछ सीखो, कैसी बॉडी बना रखी है उन्होने, तुम भी बनाओ ऐसी.” मैं ये सब बातें सुनके बहुत खुश हो जाता था. मैं हमेशा सोचता था की हम लड़के आपस मैं नों-वेग बातें कर लेते हैं, की लॅडीस भी कर लेती हैं. जूही ने ही मुझे बताया की मेरी वाइफ मेरी खूब तारीफ करती है, बेड के मॅटर मैं. उसको पता नि था की जूही इससे इंप्रेस हो र्ही है.
जूही धीरे धीरे मेरी और अट्रॅक्ट हो र्ही थी, मुझे बस सही मौके का इंतेज़ार था. एक दिन ऐसी ही बात चल र्ही थी.
मी वाइफ – अजक्ल आपके शूस गंदे नि हो र्हे हैं, जॉगिंग नही जा र्हे की?
मैं बोलने ही जा रा था, उसके पहले जूही ने बोल दिया.
जूही – अब जीजू जिम जा र्हे हैं ना, जॉगिंग की जगह.
मी वाइफ – अक्चा तभी.
मुझे समझ नि आया की जूही ने सच क्यों नि बोला, उसके बाद हुमारी बात नही हो पाई.
हम डाइरेक्ट नेक्स्ट मॉर्निंग च्चत पे ही मिले. आज जूही ने एक ब्लॅक टाइट जिम शॉर्ट्स और पिंक स्पोर्ट्स ब्रा पहनी थी. उसकी मिल्की थाइस, उसकी उभरी हुई गांद, उसका बड़ा क्लीवेज. समझ ही नही आ रा था की खा खा देखु.
जब मैं आया तब वो भी वॉल के सहारे खड़ी हो गयइ, और बाहर की तरफ देखने लगी, मैं उसके बगल मैं आके खड़ा हो गया. मैने उसके हाथ के उपर अपना हाथ रख दिया. उसने पलट के मुझे देखा.
हम थोड़ी देर के लिए एक दूं चुप, एक दूसरे की आँखों मैं देख र्हे थे. पर अब हुमारी हवस की भूख पूरी तरह बढ़ चुकी थी. वो मेरे से चिपक गयइ और हम दोनो एक दूसरे को चूमने लग गये.
मैने उसकी स्पोर्ट्स ब्रा उतार दी, उसके इतने बड़े चुचे देख के तो मज़ा ही आ गया, मैने किस्सिंग छ्चोड़ी और उसके चूचे पीने लग गया. फिर हम दोनो वहीं मत पे लाते गये, वो मेरे नीचे थी.
मैने उसके चुचे चूस्टे हुए नीचे आया और उसकी नवल को किस करते हुए उसके शॉर्ट्स पे पहुच गया, मैं और फोरप्ले करना चाहता था, पर सोचा आज पहले इसे छोड़ डू, बाकी काम फिर कभी.
मैने पहले उसका शॉर्ट्स उतरा फिर तुरंत ही उसकी ब्लॅक पनटी. उसकी छूट पे एक भी बाल नही था. मैने अब देर ना करते हुए अपना लोवर और अंडरवेर उतार दिया. उसने एक बार मेरे खड़े लंड को देखा फिर आइ क्लोज़ कर ली.
मैने उसके टाँग फैला दी और उसके उपर लाते गया, फिर अपने लेफ्ट हॅंड से लंड को छूट पे रब करने लगा. जब मुझे लगा उसके लेग्स अब स्टेबल हो गये, तब मैने स्लोली स्लोली एंटर करने लग गया.
उसने आइज़ क्लोज़ ही कर रखी थी, लंड पूरा एंटर करने के बाद मैने धीरे धीरे शॉट्स मारने स्टार्ट किए. उसके मूह से जो आ निकल रा था वो मुझे और एग्ज़ाइट कर रा था. मैं शॉट्स मारे जा रा था, पर मैने अपनी स्पीड नही बधाई.
मैं अब बैठ गया, और उसकी कमर पकड़ के शॉट्स मारने लगा, फिर मैने हाथ पकड़ के उसे उपर खीच लिया. अब हम दोनो बैठे थे, उसने मेरा मूह अपने बूब्स पे दबा दिया, और मैं उसके बूब्स को चूसने लगा. वो अब खुद चुड र्ही थी. शायद वो बहुत दिन से अकचे से नही चूड़ी थी.
उसने अपनी स्पीड बधाई और ज़ोर से चूड़ने लगी, उसकी मोनिंग अब लाउड होने लगी, मैं समझ गया की ये डिसचार्ज होने वाली है. मैने उसे डिसचार्ज होने दिया. उसके बाद वो बिल्कुल एग्ज़ॉस्टेड होके लाते गयइ. मैं अभी भी शॉट्स मारे जा रा था.
पर अब इश्स पोज़ मैं मज़ा नि आ रा था, मैने उसको तुर्न होने के लिए बोला, वो डॉगी बन गयइ तुरंत. मैने जैसे पिकचे से डाला वो आयेज हो गयइ. उसका पोज़ पर्फेक्ट नही था, पर उसकी इतनी मोटी गांद को देख के मज़ा आ रा था. इश्स पोज़ मैं मेरा थ्रस्ट बहुत स्ट्रॉंग था.
जूही – जीजू आराम से, इश्स पोज़ की आदत नही है मुझे.
मे – सेयेल साहब ने कभी ऐसा नही किया की?
जूही – नही.
मे – ओक
अब मैं समझ गया, अब मैं स्लोली स्लोली छोड़ने लगा, अब वो पूरा लाते गयइ मत पे, सिर्फ़ उसकी आस उठी हुई थी. कसम से बीटीये रा हू मुझे लग रा था मैं किसी स्वर्ग की अप्सरा को छोड़ रा हू.
पर अब मैं झड़ने वाला था इसलिए मैने स्पीड बधाई…जूही की आ बहुत बढ़ गयइ पर अब मैं रुका नही और फाइनली डिसचार्ज होने से जस्ट पहले मैने लंड निकाला और पूरा कम उसकी बॅक पे चला गया.
वहाँ पे एक ताप थी, जिससे उसने अपने आप को क्लीन किया और अपने कपड़े पहने. हम दोनो अब मत पे बैठे थे, वो मेरी थाइस पे आके बैठी और मुझे ज़ोरदार किस करी.
मे – ये किस लिए?
जूही – मुझे सॅटिस्फाइ करने के लिए.
मे – ओह, वेलकम.
मेरा बिज़्नेस काफ़ी अक्चा चल रहा था, पर मुझे उसको एक्सपॅंड करने के लिए और पैसे की ज़रूरत थी. तभी मेरे ससुर ने मुझे एक प्रपोज़ल दिया की, “तुम अपने सेयेल को अपने बिज़्नेस में आड कर लो, और तुम्हे जीतने पैसे की ज़रूरत है वो मैं इनवेस्ट कर दूँगा.” मुझे प्लान बुरा नही लगा, और मैने हन कर दी.
मेरे सेयेल की अभी कुछ महीने पहले एक प्रॉपर माल से शादी हुई थी, जिसका नाम जूही है. मैं तो हमेशा से ही उसको छोड़ने की सोचता रहता था. उसके बूब्स कम से कम 38” के हैं, और वो एक दूं मिल्की कलर की है.
मेरा साला कोई काम नही करता था, और सबको उसके फ्यूचर की टेन्षन थी, पर उसे कोई टेन्षन नही थी. वो दोनो अभी अपने हनिमून से आए थे, माल्डाइव्स घूम के. उसको ये बात पता चली तब पहले तो वो माना किया, पर ऐसा सुनने में आया था की जूही ने ही उसे राज़ी कराया.
कुछ ही वीक्स में ये दोनो भी जाईपुर पहुँच गये, मैने पास मैं ही उनको रूम दिला दिया रेंट पे, अक्सर मैं उन्हे अपने यहाँ इन्वाइट कर लेता था, इसी बहाने मैं जूही को भी देख लेता था.
फिर कुछ टाइम बाद वहाँ एक बड़ा बंगलो मिल रहा था रेंट पे, मैने अपने सेयेल से बात करके वो ले लिया. अब हम सब साथ में रहते थे.
मैं मोस्ट्ली बाहर का काम मॅनेज करता था और मेरा साला, शोरुम मॅनेज करता था. मैं उसको धीरे धीरे काम सीखा रहा था. अब मेरी और जूही की भी आक्ची दोस्ती हो गयी थी.
हुमारा ये बंगलो एक दूं कॉर्नर में था, आसपास सिर्फ़ ट्रीस और बॅकग्राउंड में बड़ा सा यार्ड. मैं डेली वहाँ जॉगिंग करने जाता था. एक सुबह मैं उठा और च्चत पे तोड़ा तहले की सोचा. मैं जैसे उपर पहुँचा मैने देखा जूही वहाँ योगा कर रही थी.
उसने एक स्किन-टाइट जिम पंत और उपर स्पोर्ट्स ब्रा पहनी थी, उसके 38” के बूब्स बिल्कुल बाहर आने को हो र्हे थे. उसका काफ़ी डीप क्लीवेज देख के मैं तो सूपर एग्ज़ाइटेड हो गया. पर तभी जूही ने आवाज़ लगाई तब मुझे होश आया.
जूही – गुड मॉर्निंग जीजू.
आने – हेलो ब्यूटिफुल लेडी.
जूही – जीजू आज यहाँ कैसे.
आने – मैं तो डेली जॉगिंग करने जाता हूँ, आज सोचा थोड़ी देर यहाँ का नज़ारा लू.
जूही – अक्चा, तो आज योगा ही कर लो मेरे साथ.
फिर वो मुझे तोड़ा योगा करवाई. उस दिन के बाद मैने जॉगिंग जाना छ्चोड़ दिया, अब मैं डेली मॉर्निंग मैं यहीं आने लगा. वो डेली ऐसी ही ड्रेस में वहाँ होती थी. और हम योगा के साथ साथ खूब बातें करते.
आने – वैसे जूही तुम्हारे पास डेली सुबह यहाँ आने का टाइम कैसे मिल जाता है, रात की थकान इतनी जल्दी कैसे डोर हो जाती है.
जूही – हाहहः जीजू ऐसा कुछ नही है, मैं नही थकती इतनी जल्दी.
आने – अक्चा जी, लग रहा है मेरा साला मेहनत नही कर रहा.
जूही – अब आपके सेयेल से मेहनत नही होती.
आने – अरे यार, बड़ी जल्दी बुद्धा हो गया ये तो, हम तो अभी भी नही हुए हैं.
जूही – नही जीजू, आप तो अभी भी नही हुए हो, सब पता है मुझे.
आने – अक्चा जी.
जूही – दीदी हुमारी तक जाती हैं.
आने – हाहहाहा, बोलो तो तुम्हे भी तका डू.
जूही – हववव जीजू, मेरे पे लाइन मार र्हे हो.
आने – अरे तुम तो पक्की दोस्त बनी हो, तुमपे चान्स नही मारूँगा तो किसपे मारूँगा.
जूही – ओह, ऐसा है.
आने – हा, तो ब्ताओ कब मौका दे र्ही हो मुझे.
जूही – सोचा नही अभी.
आने – जल्दी सोचना.
इश्स दिन की कॉन्वर्सेशन के बाद हुमारा आइ कॉंटॅक्ट अब अलग टाइप का होने लगा. जूही से बात करके टा चला उसको आत्लीट लड़के पसंद हैं, वो अक्सर अपने पति को बोलती रहती है जिम के लिए, पर वो नही जाता. मेरा साला मेरे से काफ़ी छ्होटा है, पर उसने फिज़ीक बिल्कुल भी मेनटेन नही कर रखी.
एक दिन जूही सबके सामने मेरी तारीफ करके मेरे सेयेल को टॉंट भी मार र्ही थी की, “अपने जीजू से कुछ सीखो, कैसी बॉडी बना रखी है उन्होने, तुम भी बनाओ ऐसी.” मैं ये सब बातें सुनके बहुत खुश हो जाता था. मैं हमेशा सोचता था की हम लड़के आपस मैं नों-वेग बातें कर लेते हैं, की लॅडीस भी कर लेती हैं. जूही ने ही मुझे बताया की मेरी वाइफ मेरी खूब तारीफ करती है, बेड के मॅटर मैं. उसको पता नि था की जूही इससे इंप्रेस हो र्ही है.
जूही धीरे धीरे मेरी और अट्रॅक्ट हो र्ही थी, मुझे बस सही मौके का इंतेज़ार था. एक दिन ऐसी ही बात चल र्ही थी.
मी वाइफ – अजक्ल आपके शूस गंदे नि हो र्हे हैं, जॉगिंग नही जा र्हे की?
मैं बोलने ही जा रा था, उसके पहले जूही ने बोल दिया.
जूही – अब जीजू जिम जा र्हे हैं ना, जॉगिंग की जगह.
मी वाइफ – अक्चा तभी.
मुझे समझ नि आया की जूही ने सच क्यों नि बोला, उसके बाद हुमारी बात नही हो पाई.
हम डाइरेक्ट नेक्स्ट मॉर्निंग च्चत पे ही मिले. आज जूही ने एक ब्लॅक टाइट जिम शॉर्ट्स और पिंक स्पोर्ट्स ब्रा पहनी थी. उसकी मिल्की थाइस, उसकी उभरी हुई गांद, उसका बड़ा क्लीवेज. समझ ही नही आ रा था की खा खा देखु.
जब मैं आया तब वो भी वॉल के सहारे खड़ी हो गयइ, और बाहर की तरफ देखने लगी, मैं उसके बगल मैं आके खड़ा हो गया. मैने उसके हाथ के उपर अपना हाथ रख दिया. उसने पलट के मुझे देखा.
हम थोड़ी देर के लिए एक दूं चुप, एक दूसरे की आँखों मैं देख र्हे थे. पर अब हुमारी हवस की भूख पूरी तरह बढ़ चुकी थी. वो मेरे से चिपक गयइ और हम दोनो एक दूसरे को चूमने लग गये.
मैने उसकी स्पोर्ट्स ब्रा उतार दी, उसके इतने बड़े चुचे देख के तो मज़ा ही आ गया, मैने किस्सिंग छ्चोड़ी और उसके चूचे पीने लग गया. फिर हम दोनो वहीं मत पे लाते गये, वो मेरे नीचे थी.
मैने उसके चुचे चूस्टे हुए नीचे आया और उसकी नवल को किस करते हुए उसके शॉर्ट्स पे पहुच गया, मैं और फोरप्ले करना चाहता था, पर सोचा आज पहले इसे छोड़ डू, बाकी काम फिर कभी.
मैने पहले उसका शॉर्ट्स उतरा फिर तुरंत ही उसकी ब्लॅक पनटी. उसकी छूट पे एक भी बाल नही था. मैने अब देर ना करते हुए अपना लोवर और अंडरवेर उतार दिया. उसने एक बार मेरे खड़े लंड को देखा फिर आइ क्लोज़ कर ली.
मैने उसके टाँग फैला दी और उसके उपर लाते गया, फिर अपने लेफ्ट हॅंड से लंड को छूट पे रब करने लगा. जब मुझे लगा उसके लेग्स अब स्टेबल हो गये, तब मैने स्लोली स्लोली एंटर करने लग गया.
उसने आइज़ क्लोज़ ही कर रखी थी, लंड पूरा एंटर करने के बाद मैने धीरे धीरे शॉट्स मारने स्टार्ट किए. उसके मूह से जो आ निकल रा था वो मुझे और एग्ज़ाइट कर रा था. मैं शॉट्स मारे जा रा था, पर मैने अपनी स्पीड नही बधाई.
मैं अब बैठ गया, और उसकी कमर पकड़ के शॉट्स मारने लगा, फिर मैने हाथ पकड़ के उसे उपर खीच लिया. अब हम दोनो बैठे थे, उसने मेरा मूह अपने बूब्स पे दबा दिया, और मैं उसके बूब्स को चूसने लगा. वो अब खुद चुड र्ही थी. शायद वो बहुत दिन से अकचे से नही चूड़ी थी.
उसने अपनी स्पीड बधाई और ज़ोर से चूड़ने लगी, उसकी मोनिंग अब लाउड होने लगी, मैं समझ गया की ये डिसचार्ज होने वाली है. मैने उसे डिसचार्ज होने दिया. उसके बाद वो बिल्कुल एग्ज़ॉस्टेड होके लाते गयइ. मैं अभी भी शॉट्स मारे जा रा था.
पर अब इश्स पोज़ मैं मज़ा नि आ रा था, मैने उसको तुर्न होने के लिए बोला, वो डॉगी बन गयइ तुरंत. मैने जैसे पिकचे से डाला वो आयेज हो गयइ. उसका पोज़ पर्फेक्ट नही था, पर उसकी इतनी मोटी गांद को देख के मज़ा आ रा था. इश्स पोज़ मैं मेरा थ्रस्ट बहुत स्ट्रॉंग था.
जूही – जीजू आराम से, इश्स पोज़ की आदत नही है मुझे.
मे – सेयेल साहब ने कभी ऐसा नही किया की?
जूही – नही.
मे – ओक
अब मैं समझ गया, अब मैं स्लोली स्लोली छोड़ने लगा, अब वो पूरा लाते गयइ मत पे, सिर्फ़ उसकी आस उठी हुई थी. कसम से बीटीये रा हू मुझे लग रा था मैं किसी स्वर्ग की अप्सरा को छोड़ रा हू.
पर अब मैं झड़ने वाला था इसलिए मैने स्पीड बधाई…जूही की आ बहुत बढ़ गयइ पर अब मैं रुका नही और फाइनली डिसचार्ज होने से जस्ट पहले मैने लंड निकाला और पूरा कम उसकी बॅक पे चला गया.
वहाँ पे एक ताप थी, जिससे उसने अपने आप को क्लीन किया और अपने कपड़े पहने. हम दोनो अब मत पे बैठे थे, वो मेरी थाइस पे आके बैठी और मुझे ज़ोरदार किस करी.
मे – ये किस लिए?
जूही – मुझे सॅटिस्फाइ करने के लिए.
मे – ओह, वेलकम.